Thursday 18 August 2011

राजीव दिक्षीत जी के न होने का एहसास

भारतीय नागरिक भ्रष्टाचार को लेकर बहुत ही सख्त है | यही कारन हे की जब भी इस देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठती हे तो सभी देश वासी एक जुट होके मुकाबला करते हैं | हाल ही की बात है जब भ्रष्टाचार के खिलाफ दो - दो नायकों ने मुहिम चलाई है | पहली मुहिम चलने वाले हमारे बाबा रामदेव ही थे और अब दूसरी अन्ना जी चला रहे हैं |
सभी यही सोचते हैं की बाबा राम देव का अनशन आन्दोलन असफल हो गया जबकि अन्ना जी का आन्दोलन दिन दूनी चार बड़ ही रहा है | अगर आप इसका तथ्य देखेंगे तो आपको पता चलेगा की अन्ना की सफलता के पीछे कई कारण हैं |
पहला कारण है कि अन्ना के पास कुछ दिग्गज रत्न हैं, जेसे किरण बेदी, अरविन्द केजरीवाल, शांति भूषण, प्रशांत भूषण, इत्यादि | और दूसरा कारण है बाबा रामदेव के साथ जो कुछ हुआ उस से सिविल सोसाइटी को अच्छा सबक मिल गया | जो भी नाम ऊपर बताये गए हैं वे सभी बहुत ही बुद्धि जीवी हैं | उद्धरण के तौर पर में अरविन्द केजरीवाल को लेलेता हूँ | अरविन्द केजरीवाल के व्यक्तित्व पर अगर प्रकाश डाला जाए तो शब्द कम पड़ जायेंगे | यह व्यक्ति IIT kharagpur से B .TECH है | बात यहीं ख़तम नहीं होती | इस व्यक्ति ने ठान rakha था कि इसे समाज सेवा करनी है जिसके लिए इस महँ हस्ती ने UPSC कि परीक्षा उत्तीर्ण करी और IRS में इन्कम टैक्स कमिश्नर रहे | इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता हे कि अन्ना कि सफलता के पीछे इसे ही कुछ दिग्गजों का हाथ था |

अब मै बाबा रामदेव के आन्दोलन पर आता हूँ | जेसा कि मेने बताया कि अन्ना के साथ कुछ ऐसे दिमाग हैं, जो राजनेतिक दाव पेचों कि अच्छी जानकारी रखते हैं | वहीँ दूसरी ओर बाबा रामदेव के साथ एसा कोई भी शख्स नहीं था जो सरकार के हर कदम को परखने कि समझ रखता हो | हाँ जब हम यह बात कहते हैं तो हमें राजीव दिक्सित जी याद जरुर आती हे | मेरे अनुसार यदि वे इस समय जीवित होते तो शायद स्थिति कुछ और ही होती | अन्ना से पहले ही बाबा का आन्दोलन रंग ला गया होता | क्योंकि यही इसी शक्शियत थी जिसने पूरे बीस वर्ष भारत के हर एक विषय पर काम किया था और हर एक पहलु को अछे से समझा था | jis व्यक्ति के दिमाग में पूरे पांच हज़ार साल का इतिहास हो वो व्यक्ति अच्छी ताराह से तै कर सकता था कि अगला कदम क्या होना चाहिए |

अब तो हम सिर्फ अफसोस ही कर सकते हैं कि वे हमारे बीच नहीं हैं | पर मुझे lagta हे कि उनके सपनों का भारत बनाने कि पहल शरू हो चुकी है, चाहे वो बाबाजी कि तरफ से हुई हो या अन्ना कि तरफ से |

राजीवजी आप हमें हमेशा याद आयेंगे और हम हमेशा आपके बताये हुए मार्ग पर चलते रहेंगे |
धन्यवाद !!!

3 comments:

  1. we too miss raajeev dixit ji......... :(

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  2. राजीव भाई बहुत ही याद आते हैं

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  3. me samajhta hoon, ki unke jesa desh bhakt shayad hi aAGE PEDA HO paayega

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